क्रोध या गुस्सा एक भावना है. क्रोध मनुष्य के लिए हानिकारक है।क्रोध आने का प्रमुख कारण व्यक्ति या सामाजिक अवमानना , भय के कारण हो सकता है। क्रोध या गुस्सा आने पर हृदय की गति बढ़ जाती है, बीपी बढ़ जाता है . क्रोध से हमारे शरीर की शक्ति कम हो जाती है और शरीर की जीवनी शक्ति कामजोर होने लगती है.
किसी को भी गुस्सा आना एक सामान्य बात लग सकती है पर इसका हमारे शरीर पर हानिकारक परिणाम होता है. क्रोध/गुस्सा शरीर की ऐसी प्रकृति है जो तम रसायन परिवर्तन को जन्म देती है। क्रोध के कारण शरीर में उत्पन्न हुई तरंगे सम्पूर्ण शरीर पर प्रभाव डाल सकता है।
क्रोध आने के क्या कारण हो सकते हैं?
- निराशा
- अपमान
- झुंझलाहाट
- चिंता
- अकेलापन
- अतीत का सदमा
- दुख
आइये जानते हैं क्रोध का क्या परिणाम होता है हमारे शरीर पर ??
जब क्रोध आता है तो एड्रेनालाईन और कोर्टिसोल तनाव हार्मोन सक्रिय हो जाते हैं जो हृदय की गति और श्वास की गति को बढ़ा देते हैं. शोधकर्ताओं ने पाया कि स्वस्थ लोग जो अक्सर गुस्से में होते हैं उन्हें हृदय रोग होने की संभावना शांत लोगों की तुलना में अधिक होती है।
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क्रोध के कारण रक्तचाप बढ़ता है।
क्रोध के कारण शरीर में रक्त का प्रवाह तेजी से होने लगता है जैसे आगे चलकर हाई ब्लड प्रेशर को जन्म देता है।
2.क्रोध का प्रभाव पाचन तंत्र पर भी होता है।
अधिक क्रोध करने से पचन शक्ति कमजोर हो जाती है. मन में नेगेटिव बातें रखने से, अधिक क्रोध करने से पाचन संबंधी समस्यायें होती है.
3.क्रोध के कारण रोग प्रतिकारक क्षमता कम होती है.
एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसर जिन लोगो को बार बार क्रोध आता है उनमें अन्य लोगों की तुलना में बिमारिया होने की संभावना अधिक होती है।
4.क्रोध के कारण स्ट्रोक का खतरा अधिक होता है.
क्रोध का प्रभाव आपके ह्रदय के स्वास्थ्य पर हानिकारक होता है. इससे स्ट्रोक की संभावना बढ़ जाती है.
5.क्रोध का मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव .
क्रोध के कारण मस्तिष्क मैं ऐसे रसायनिक तत्व बनत है जिनका शरीर के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य भी बुरा प्रभाव पड़ता है। जो लोग ज्यादा गुस्सा करते हैं उनमें ब्रेन स्ट्रोक की सम्भावना भी ज्यादा होती है.
क्रोध को नियन्त्रित रखना एक मात्र उपाय है जिसे क्रोध को रोका जाए जानते हैं क्रोध को नियंत्रित रखने के लिए क्या उपाय करें जा सकते हैं .
1)गहरी सांस लेना शुरू करे लेना शुरू करे
धीमी, गहरी साँस लेन से क्रोध को नियन्त्रण में किया जा सकता है। इसके करण क्रोध को शांत करने में बहुत मदद है।
2)ॐ का जाप शुरू करे
मन में आप ॐ का जाप शुरू कर दे जब भी आपको गुस्सा आये आप गहरी सांस लेते हुए भी ओम का उच्चारण कर सकते हैं। ओम का जाप आपके लिए अत्यंत लाभकारी हो सकता है.
3)ध्यान करे
ध्यान का अभ्यास करना आपको गुस्सा कम करने में मदद करेगा। ध्यान के वैसे तो असीमित फ़ायदे होते हैं ध्यान करने से आपका मन और मस्तिश्क शांत होता है. ध्यान करने से आपको आनंद की स्थिति मिलती है। ध्यान से क्रोध को नियंत्रित करने के लिए अच्छा लाभकारी साबित हो सकता है।
4)चुप रहें
कुछ ना कहना क्रोध में आपके लिए अच्छा होता है। क्यू की अक्सर क्रोध में इंसान कुछ भी बोल देता है जिसका कारण बाद में उसको यह पछतावा तक लेके जाता है. इसलिए बेहतर यही है कि क्रोध में कुछ भी ना कहे हो सके तो उस स्थान को तुरंत चोद दे कहीं और चले जाए।
5)मनपसन्द संगीत सुने
मनपसंद मधुर संगीत क्रोध को काम करता है. मधुर संगीत सुनाने से क्रोध को स्वयं पर हावी होने से रोका जा सकता है. म्यूजिक थेरेपी से मन मेरे आनेवाले नकारात्मक विचार को रोका जा सकता है.
मुझे उम्मीद है कि मैं आपको मेरा लेख अच्छा लगा होगा. इस लेख मैं क्रोध के कारण शरीर में आने वाला प्रभाव और क्रोध को काम करने के उपाय के बारे में बताया गया है। आगर आपको क्रोध बहुत ज्यादा आता है तो ऊपर दिए गए समाधान का पालन करे.